रायपुर. रायपुर से अमूल दूध के ट्रक में कच्ची शराब बनाने के लिए तखतपुर ले जा रहे 10 टन महुआ पुलिस ने जब्त किया है। महुए की कीमत ढाई लाख है। लॉकडाउन के दौरान यह दूसरा मामला है। इससे पहले लोरमी थाने में महुए की तीन अलग-अलग गाड़ियां जब्त की गई हैं। लॉकडाउन के कारण शराब की दुकानें बंद हुईं तो कच्ची शराब की अवैध बिक्री शुरू हो गई है। आलम यह है कि सामान्य दिनों में 20-30 रुपए लीटर में बिकने वाली महुए की शराब 200-300 रुपए में बिक रही है। अवैध शराब की
शिकायतों के बाद मुंगेली एसपी डी. श्रवण ने खासतौर पर निगरानी के निर्देश दिए थे। इसी जांच के दौरान दो दिन पहले लोरमी के पास पेंड्री तालाब चेक पोस्ट में तीन अलग-अलग गाड़ियों में ढाई लाख से ज्यादा कीमत का महुआ जब्त किया गया था।
इसके बाद सभी गाड़ियों की जांच के निर्देश दिए गए थे। रविवार को जरहागांव थाने की टीम ने रायपुर से तखतपुर जा रहे एक ट्रक को रोककर जांच की। ट्रक के सामने अमूल लिखा था और ग्लास में अत्यावश्यक सेवा का उल्लेख था। राज्य में दूध का परिवहन प्रतिबंधित नहीं है, इसलिए पुलिस को चकमा देने के लिए यह पैंतरा अपनाया गया था, लेकिन जब ट्रक को रोककर जांच की गई तो उसमें दस टन महुआ मिला। महुआ परिवहन का कोई परमिट भी नहीं था, इसलिए लॉकडाउन के उल्लंघन और वन उपज व्यापार विनियमन नियम के तहत ड्राइवर दिनेश सप्रे को गिरफ्तार किया गया है।
सेवा की आड़ में तस्करी
बिलासपुर आईजी दीपांशु काबरा के मुताबिक लोरमी पुलिस ने महुए की गाड़ियां पकड़ी थीं, उसके बाद से ही जांच तेज करने के निर्देश दिए गए थे। अत्यावश्यक सेवा की आड़ लेकर आरोपी पुलिस से बचने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि मुखबिर की सूचना पर पकड़ लिया गया है। रायपुर से किसने महुआ भेजा था और तखतपुर में किसे डिलीवरी देनी थी, इसकी जांच की जा रही है।
लाँकडाउन: शराब की दुकानें बंद हुईं तो दूध की गाड़ी में कच्ची शराब का गोरख घंधा