नई टिहरी,भारत में दशकीय जनगणना 1872 से ही निर्बाध रुप से होती हा रही है। अगली दशकीय जनगणना 2021 देश की 16वीं और स्वतंत्रता के बाद 08वीं जनगणना होगी। जनगणना 2021 थीम-जनगणना का कार्य पारदर्शी एवं त्रूटिमुक्त हो इस सम्बन्ध मैं जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी डाॅ.वी.षणमुगम ने दो दिवसीय जिला स्तरीय चार्ज अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान जनगणना कार्य निदेशालय के संयुक्त निदेशक मनीष चैधरी ने जनगणना की बारिकायों के बारे में पावर प्वांईट प्रजेंटेशन के माध्यम से चार्ज अधिकारियों को विस्तृत जनकारी दी।
जिला कार्यालय सभागार में जनगणना 2021 की तैयारियों को लेकर जनपद स्तर पर चार्ज अधिकारियों का प्रथम दिवस का प्रशिक्षण कार्यक्रम जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिलाधिकारी ने सभी चार्ज अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान दी जाने वाली जानकारी को बिन्दुवार नोट करते हुए उसका अनुपालन करना सुनिश्चित करें ताकि तहसील व विकासखण्ड स्तर पर इनमरेटर/सुपरवाईजर को दिये जाने वाले प्रशिक्षण व नियमों के अनुपालन में किसी प्रकार की त्रुटि ना रहने पाये। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जनगणना 2021 राष्ट्रीय महत्व का कार्य है, जो कि शतप्रतिशत पारदर्शी एवं त्रुटि से मुक्त होना अनिवार्य है। उन्होने कहा कि जहाॅ प्रगणकों के द्वारा 2021 की जनगणना से सटीक व सही आंकडे संकलित होगें वहीं देश व राज्य के हित में बेहतर व ठोस योजनायों को बनाने व उनको मूर्तरुप दिये जाने तथा निर्णायक फैसले लेने में सहायक सिद्ध होगें। उन्होने चार्ज अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि जनगणना कार्य में समय व तिथि बहुत ही महत्वपूर्ण है। निर्धारित समयावधि से पहले या डेडलाईन समय तक यह कार्य शतप्रतिशत शुद्धि के साथ पूरा होे इस हेतु सभी सम्बन्धित अधिकारी मेनपावर व इन्फ्रस्ट्रक्चर सम्बंधी अवश्यकताओं पर कार्य करना प्रारम्भ कर दें ताकि निर्धारित समयावधि में जनगणना जैसे महत्वपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक सम्पादित किया जा सके। उन्होने अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा जनगणना सम्बंधी अनुदेशों एवं अन्य बिन्दुओं व शब्दों को बखूबी समझ लेवें ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि की कोई सम्भावना न रह पायें। उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि जनगणना के दौरान आंकड़ों में किसी भी प्रकार की अशुद्धि के लिए सम्बन्धित अधिकारी उत्तरदायी होंगे क्योंकि 10 वर्ष में एक बार होने वाली इस जनगणना में अशुद्धियां विवादों की वजह बनती है साथ ही योजनाओं एवं अन्य कार्यो के सम्पादन में भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिस प्रकार निर्वाचन के कार्यो को गम्भीरता व जिम्मेेदारी के साथ निर्वहन किया जाता है ठीक उसी प्रकार जनगणना के कार्यो का सम्पादन करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर संयुक्त निर्देशक जनगणना कार्य निदेशालय एम.केे.चैधरी ने कहा कि जनगणना ग्राम, शहर एवं वार्ड स्तर पर प्राथमिक आंकड़ों का सबसे बड़ा श्रोत है। भारत की जनगणना का मकान की स्थिति, सुविधाओं एवं परिसंपत्तियों, जनसांख्यिकीय, धर्म, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, भाषा, साक्षरता एवं शिक्षा, अर्थिक गतिविधि, प्रवसन एवं प्रजननता सहित विभिनन मानकों से संबन्धित आधारभूत आंकड़े उपलब्ध कराने का 150 वर्षो का स्वर्णिम इतिहास रहा है। जनगणना में संकलित किये गये आंकड़े बहुत की महत्वपूर्ण एवं विश्वसनीय होते है क्योंकि ये देश की योजना एवं विकास के लिए आधार उपलब्ध कराते है। उन्होने बताया कि जनगणना 2021 पेपर मोड व मोबाईल एप्लीकेशन दोनो स्तर पर की जा रही है ताकि सही व शुद्ध आंकड़े एकत्रित किये जा सकेे।
कार्यशाला में अपर जिलाधिकारी शिवचरण द्विवेदी, डीएसटीओ निर्मल कुमार शाह, जिला समन्वयक चतर सिंह, सहित सभी चार्ज अधिकारी/तहसीलदार व नगर पालिकाओं एव नगर पंचायतों अधिशासी अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
जनगणना :थीम-जनगणना का कार्य पारदर्शी एवं त्रूटिमुक्त हो डीएम