दिल्ली में सीएए विरोधी हिंसा में 22 लोगों की हत्या के बाद बुधवार की दोपहर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने हिंसा वाले क्षेत्रों का दौरा किया। उसी दौरान अजीत डोभाल के पास एक छात्रा ने पहुंचकर उनको अपना दर्द सुनाया और कड़े कदम उठाने की गुजारिश की। छात्रा उस समय अजीत डोभाल के पास आई जब वो मीडिया से बात कर रहे थे।
अजीत डोभाल ने मीडिया से ये कहा
अजीत डोभाल ने मीडिया से कहा कि इस इलाके के लोग एक-दूसरे का साथ दे रहे हैं। लेकिन कुछ क्रिमिनल मिलकर दिल्ली के इन इलाकों में हिंसा का माहौल बना रखा है। जो लोगों के बीच की एकता को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मुझे यहां भेजा है। हम चाहते हैं कि देश में शांति का माहौल हो और यह जरूर होगा। मैं देश के सभी लोगों से कहना चाहता हुं कि देश से प्यार करने वाले लोग समाज से भी प्यार करते हैं। उन्हें एक दूसरे के साथ मिलकर एकता के साथ रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन इलाकों में गोलियां चली थी। लेकिन अब शांति है। कहीं कोई हिंसा नहीं है। इसी बीच उस छात्रा ने अजीत डोभाल के पास आकर अपना दर्द साझा किया।
छात्रा ने बांटा अपना दर्द
छात्रा ने कहा कि यहां जो कुछ भी हो रहा है। हम रातों को सो नहीं पा रहे हैं। हम सेफ फील नहीं कर रहे। मैं स्टूडेंट हूं, लेकिन पढ़ने नहीं जा पा रही हूं। हमारे भाई जो यहां रहते हैं, वे हमें प्रोटेक्ट कर रहे हैं। यहां उन लोगों की दुकानें जला दी गई हैं। ये हमारा घर है, फिर भी हम महफूज नहीं हैं। हम किसी से लड़ नहीं रहे हैं।